कोर्ट मैरिज से सम्बंधित कुछ जानकारियाकोर्ट मैरिज (court marriage) बहुत अच्छी विवाह की प्रक्रिया है। जो पुरे भारत में एक सामान होती है इसे विवाह अधिनियम, 1945 के अंतर्गत चालू किया गया था। इस अधिनियम के द्वारा कोई भी किसी भी धर्म में या एक ही धर्म में विवाह कर सकता है।
आज के समय में विवाह करना बहुत ही आम बात है क्युकी कोई भी कोर्ट मैरिज, अर्रेंज मैरिज और लव मैरिज कर लेता है। अगर देखा जाये तो विवाह एक सौभाग्य है जिसे हमें प्यार और धूम धाम से मनाना चाहिए। कोर्ट मैरिज (court marriage) से सम्बंधित पूछे गए कुछ सवाल क्या कोर्ट मैरिज (court marriage) की प्रक्रिया को ऑनलाइन किया जा सकता है? किसी भी विवाह की प्रक्रिया ऑनलाइन नहीं किया जा सकता है। शादी करने वाले जोड़े को खुद मैरिज अधिकारी के सामने जा कर स्वयं सारे दस्तावेजों के साथ उपस्थित होना पड़ेगा। क्युकी दोनों की उपस्थिति बहुत ही जरुरी होती है। क्या कोर्ट मैरिज (court marriage in Delhi) के लिए माता पिता का उपस्थित या मंजूरी होना जरुरी है? कोर्ट मैरिज (court marriage) के लिए माता पिता की कोई भूमिका नही है। वो इस विवाह में कुछ नहीं कर सकते है क्युकी इस विवाह में यदि शादी करने वाले जोड़े को आपस में कोई शिकायत नहीं है, तो वो बिना किसी की अनुमति के यह विवाह कर सकते है। कोर्ट मैरिज की कुछ शर्तें (Some conditions of court marriage):-
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AuthorNeha Chhibber Advocate |